शाहीन बाग की तर्ज पर अब मुंबई में माहलाआ का प्रदशन, बाला- जब तक सीएए वापस नहीं होता, पीछे नहीं हटेंगे८

 मुंबई। दिल्ली के शाहीन बाग की तर्ज पर मुंबई में भी संशोधित संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ महिलाओं का विरोधप्रदर्शन शुरू हो गया है। ये महिलाएं मंडनपुर की सड़क पर बैठकर मांग कर रही हैं कि जब तक केंद्र सरकार सीएए को वापस नहीं लेती है, तब तक वह प्रदर्शन से पीछे नहीं हटेंगी। 60-70 लोगों के समूह का प्रदर्शन रविवार शाम को शुरू हुआ ।प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व कर रहीं कानून की छात्रा फातिमा खान ने कहा कि सरकार को जो मन कर रहा है, वह कर रही है। सरकार ने भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद को गिरफ्तार किया, जब वे कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे थे।फातिमा ने आगे कहा, उत्तर प्रदेश में महिलाओं को विरोध प्रदर्शन करने से रोका जा रहा हैयह पूरी तरह से असंवैधानिक है। उन्होंने कहा कि हम तब तक नहीं रुकेंगे जब तक कानून को वापस नहीं लिया जाता है या फिर सप्रीम कोर्ट कोई सही आदेश नहीं देता हैदिल्ली के शाहीन बाग में सीएए के खिलाफ महीनेभर से ज्यादा समय से महिलाओं का विरोध प्रदर्शन जारी है। खान ने कहा कि उनकी अन्य मांगों में राज्य सरकार द्वारा एनआरसी और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) को खारिज करने का स्पष्ट रुख शामिल है ।फातिमा खान ने कहा, हम सोशल मीडिया के जरिए से और अधिक लोगों तक पहुंच रहे हैं और महिलाओं को विरोध में शामिल होने के लिए कह रहे हैं।% महिला प्रदर्शनकारियों के हाथों में प्लेकार्ड्स हैं, जिसमें नारे लिखे हैं कि हम सीएए, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ हैं। कई अन्य नारे लिखे गए हैं जैसे- वे हमें बांटने की कोशिश कर रहे हैं। इसके अलावा प्रदर्शनकारी हिंदू-मुस्लिम एकता के भी नारे लगा रहे हैं।